दोस्तों, एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस में आपको Transshipment तथा liner के बारे में अवश्य ही पता होना चाहिए| Transshipment के द्वारा आपको फायदा भी हो सकता है तथा नुकसान भी हो सकता है!
साथ ही साथ आपको transshipment meaning in Hindi भी पता होना चाहिए|
इस पोस्ट में मैं आपको एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बिज़नेस में लॉजिस्टिक्स में नीचे दिए मॉडल्स के बारे में बताऊंगा|
- Transshipment क्या होता है?
- Liner Shipment क्या होता है?
- Transshipment के क्या फ़ायदे तथा नुकसान होते हैं?
- Partial shipment क्या होता है?
- Shipment का हिन्दी में क्या अर्थ होता है?
- Transshipment का हिन्दी में क्या अर्थ होता है?
इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आपकी सारी कन्फ्यूजन खत्म हो जाएगी| परंतु आपको एक चीज समझने के लिए दूसरी चीज भी समझना आवश्यक है इसके बिना आप की जानकारी अधूरी रह जाएगी|
अतः आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें|
Transshipment क्या होता है?
दोस्तों, सबसे पहले हम बात करते हैं कि आखिर ट्रांसशिपमेंट होता क्या है? तथा Transshipment meaning in Hindi क्या होता है? परंतु इससे पहले हमे शिपमेंट का हिन्दी अर्थ भी अवश्य जानना चाहिए|
Shipment meaning in Hindi: “जहाज़ पर माल लदाई, जहाज़ पर माल की लदाई, लदान, पोत लदान, नौवहन, नौभार, थोक जहाज की लदाई या भराई, जहाज में लादी हुई वस्तु, नौप्रेषण”
Transshipment meaning in Hindi: “पोतांतरण, बदलना, यानांतरण, वाहनांतरण”
ट्रांशिपमेंट का हिन्दी में अर्थ:” एक्सपोर्ट बिज़नेस में कंटेनर को एक्सपोर्ट कंट्री से इंपोर्ट कंट्री के बीच में सीधा ना पहुंचा कर उसको अलग-अलग पोर्ट के द्वारा या अलग-अलग शिप को चेंज करके पहुंचाना|”
चलिए इस बात को थोड़ा अच्छी तरह समझते हैं| इस पोस्ट में, मैं एक वीडियो भी डाल दूंगा जिसके माध्यम से आपको यह टॉपिक और भी अच्छी तरह क्लियर हो जाएगा|
उदाहरण:-
भारत के Nhava Sheva पोर्ट से USA के Port of Houston के लिए एक कंटेनर माल निकला| अब वह शिप पहले ईरान के Chabahar Port पर गया| वहां पर उस शिप ने या तो कुछ कंटेनर उतारे और फिर वह USA Port के लिए निकल गया|
या फिर USA Port पर जाने वाले कंटेनर को किसी और शिप में USA port तक भेजा गया|
इस तरह माल को सीधा एक्सपोर्ट कंट्री से इंपोर्ट कंट्री तक ना पहुंचाने को ही Transshipment कहते हैं|
अब आपके दिमाग में एक प्रश्न और आ रहा होगा की
साथ ही यह अवश्य देखें : एक्सपोर्ट बिज़नेस में ग्राहक कैसे ढूंढे?
“यदि आप दिल्ली के किसी ड्राई पोर्ट से नहावा शेवा पोर्ट तक माल ले जाते हैं और फिर उसके बाद उस पोर्ट से अमेरिका के किसी पोर्ट तक माल भेजते हैं तो क्या यह ट्रांशिपमेंट में आएगा?”
जी नहीं, यह ट्रांशिपमेंट में नहीं आएगा| इसे हम बोलेंगे “मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट|”
Liner shipping क्या होता है?
लाइनर शिपिंग का अर्थ होता है: “एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिजनेस में, एक्सपोर्ट करने वाली कंट्री के पोर्ट से इंपोर्ट करने वाली कंट्री के पोर्ट तक बिना कोई पोर्ट चेंज किए माल पहुंचाने को लाइनर शिपिंग कहते हैं|”
What is partial shipment
एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिजनेस में पार्शल शिपमेंट क्या होता है? यह जानना भी बहुत जरूरी है|
पार्शल शिपमेंट में निर्यात किया जाने वाला उत्पाद आयातित देश में सीधे ही एक शिप में नहीं भेजा जाता|
कहने का अर्थ यह है कि- यदि 4 कंटेनर Dubai के Jebel Ali पोर्ट पर जाने हैं| तो वह सीधे ही शिप में ना लोड करके अलग-अलग शिप में Jebel Ali पर भेजा जाना partial shipment कहलाएगा|
अब आपके दिमाग में एक प्रश्न यहां आ रहा होगा कि partial shipment क्यों किया जाता है?
तो इसका जवाब है-
मान लीजिए कोई vessel दुबई जा रहा है| उसमें केवल एक या दो कंटेनर माल ले जाने की ही जगह बची हुई है|
तो वह vessel कम कीमत में बाकी बचे हुए कंटेनर्स को ले जाएगा|
यानी इसका सीधा सा अर्थ है कि partial shipment करने की मुख्य वजह कम कीमत होना है|
Transshipment के फ़ायदे तथा नुकसान
Transshipment के फ़ायदे
- लागत:- Transshipment द्वारा Liner शिपिंग के मुकाबले उत्पाद सस्ते किराए में गंतव्य तक पहुंच जाता है| यह ठीक उसी प्रकार होता है जैसे कि आप अपनी हवाई यात्रा करते हैं उसमें एक सीधी फ्लाइट होती है तथा एक वाया होकर जाती है जिसकी कीमत सीधी फ्लाइट के मुकाबले कम होती है| परंतु उसमें सीधी फ्लाइट के मुकाबले समय अधिक लगता है|
साथ ही यह अवश्य देखें: मर्चेंट एक्सपोर्टर तथा मैन्युफैक्चरर एक्सपोर्टर के फ़ायदे तथा नुकसान
Transshipment के नुकसान
फायदे के मुकाबले Transshipment के नुकसानों की सूची लंबी है|
Not Fix time:-
Transshipment में अपने गंतव्य तक पहुंचने का समय निश्चित नहीं होता|
जबकि लाइनर्स शिपमेंट में गंतव्य तक पहुंचने का समय निश्चित होता है|
Transit Time :-
Transshipment माल अपने गंतव्य तक बहुत देर में पहुंचता है जबकि लाइनर शिपमेंट में यह बहुत जल्दी पहुंच जाता है|
क्योंकि लाइनर शिपमेंट में आप पोर्ट चेंज नहीं कर सकते जबकि Transshipment में पोर्ट चेंज कर सकते हैं|
Schedule:-
Transshipment में शेड्यूल फिक्स नहीं होता जबकि लाइनर शिपमेंट में शेड्यूल फिक्स होता है|
ध्यान दें (सावधान) – यदि आपके लैटर ऑफ क्रेडिट के टर्म एंड कंडीशनस में शिपमेंट का तरीका लिखा हुआ है तो आपको उसके अनुसार ही शिपिंग लाइन का सलेक्शन करना चाहिए|
अन्यथा आयातित देश आपके माल पर प्रतिबंध लगा सकता है| इसके लिए वह आपसे डंपिंग चार्ज भी वसूल करेगा| यदि आप डंपिंग चार्ज नहीं देंगे तो उस कंट्री में आपका इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड बैन हो जाएगा|
उदाहरण:- अमेरिका द्वारा ईरान के बंदरगाह से होकर आने वाले माल को अमेरिका द्वारा रिजेक्ट कर दिया जाता है (कुछ सूत्रों द्वारा मिली जानकारी)
FAQs: Transshipment
ट्रांशिपमेंट प्रोडक्ट ट्रांसपोर्टेशन की एक पद्धति है जिसके अनुसार एक देश से दूसरे देश में एक्सपोर्ट किया जाता है परंतु इसमें सीधे ही एक पोर्ट से ना होकर अलग-अलग पोर्ट के माध्यम से होकर माल पहुंचता है|
ज्यादातर ट्रांशिपमेंट का इस्तेमाल भाड़े में कमी लाने के लिए किया जाता है|
ट्रांशिपमेंट के बहुत से फायदे हैं जैसे कि इससे भाड़े में लागत कम आती है तथा इसके द्वारा कई छोटे-छोटे पोर्ट से थोड़ा थोड़ा सामान भी एक्सपोर्ट इंपोर्ट होता रहता है|
जिन वस्तुओं को जल्दी पहुंचाना हो जैसे की सब्जियां, फल इत्यादि के लिए ट्रांशिपमेंट नुकसानदायक हो सकता है|
जी नहीं, ट्रांशिपमेंट के जरिए तय समय पर माल पहुंचाना बहुत ही मुश्किल काम है|
ट्रांशिपमेंट में भाड़ा कभी-कभी बहुत कम हो जाता है|
लाइन शिपमेंट में एक्सपोर्ट कंट्री से सीधा इंपोर्ट कंट्री के पोर्ट पर माल जाता है जबकि ट्रांशिपमेंट में कोई एक्सपोर्ट कंट्री के पोर्ट तथा इंपोर्ट कंट्री के पोर्ट के अलावा भी पोर्ट शामिल हो सकते हैं|
ट्रांशिपमेंट का हिंदी में अर्थ होता है: “पोतांतरण, बदलना, यानांतरण, वाहनांतरण”
सिंगापुर ट्रांशिपमेंट का का हब माना जाता है क्योंकि यह 123 देशों के 600 पोर्ट से जुड़ा हुआ है|
लाइन शिपिंग का प्रोडक्ट सबसे ज्यादा बार पाया गया है कि तय समय पर अपने गंतव्य पर पहुंच गया है|
पार्शल शिपमेंट में एक आर्डर के माल को, सीधे एक ही एक बार में ना भेज कर थोड़ा-थोड़ा माल अलग-अलग शिप के द्वारा भेजा जाता है जबकि Transshipment में सीधे ही एक पोर्ट से ना होकर अलग-अलग पोर्ट के माध्यम से होकर माल पहुंचता है|
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