इस पोस्ट में आप LUT लैटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलयूटी) का निर्यात में कैसे इस्तेमाल किया जाता है| हमे lut In GST का इस्तेमाल करने से क्या नुकसान हो सकता है? तथा LUT in gst में इसे ऑनलाइन कैसे जेनरैट करते है? इत्यादि सवालों के जवाब मिलेंगे|
सबसे पहले हमें lut full form तथा lut का अर्थ जान लेना चाहिए| इससे हमें इस टॉपिक को समझने में बहुत आसानी हो जाएगी|
LUT Full form in Hindi & English
LUT full form: “Letter of undertaking (लैटर ऑफ अंडरटेकिंग) ”
Letter of undertaking meaning in Hindi: ” वचन-पत्र, उपक्रम के पत्र “
Lut definition in Hindi
लैटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलयूटी) को आमतौर पर वचन पत्र और शपथ पत्र के नाम से भी जाना जाता है। लैटर ऑफ अंडरटेकिंग का उपयोग किसी रजिस्टर्ड फर्म के व्यक्ति द्वारा किसी उत्पाद को निर्यात करने के समय उपयोग में लाया जाता है|
इसे सामान्य भाषा में समझने के लिए आपको यह समझना पड़ेगा कि लैटर ऑफ अंडरटेकिंग द्वारा सरकार किस प्रकार निर्यात को बढ़ावा देना चाहती है|
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा निर्यात किए जाने वाले प्रोडक्ट ऊपर कोई जीएसटी नहीं लगता|
GST के बारे में जानने क लिए यह पोस्ट पढ़ें: जीएसटी क्या है तथा GST full form
LUT की जरूरत कहां पड़ती है?
Lut की जरूरत मर्चेंट एक्सपोर्टर को पड़ती है| जब कोई मर्चेंट एक्सपोर्टर किसी मैन्युफैक्चरर्स से कोई प्रोडक्ट लेता है तो वह लैटर ऑफ अंडरटेकिंग द्वारा बिना जीएसटी के माल को खरीद सकता है|
परंतु तय नियमों के अनुसार उसे उस प्रोडक्ट को निर्यात करना आवश्यक है|
यदि merchant exporter जीएसटी Paid माल भी खरीद लेता है तो उसकी सुविधा के लिए सरकार द्वारा यह छूट दी गई है कि वह export करने के बाद भी जीएसटी में छूट ले सकता है|
एलयूटी को कहां अप्लाई करें?
लैटर ऑफ अंडरटेकिंग को आप online भी अप्लाई कर सकते हैं|
इसके लिए आपको आपको जीएसटी की ऑफिशल वेबसाइट GST.GOV.IN पर जाना होगा|
LUT अप्लाई करने में क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे?
- GST नंबर
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- दो गवाहों के आधार कार्ड की कॉपी (यह आपके फैमिली मेंबर या दोस्त भी हो सकते हैं)
LUT नंबर कैसे मिलेगा?
लैटर ऑफ अंडरटेकिंग का जो एप्लीकेशन नंबर होता है वही एल यू टी नंबर होता है|
Letter of undertaking process in gst
- मान लीजिए आप एक मर्चेंट एक्सपोर्टर हैं|
- आपको कुर्सी एक्सपोर्ट करनी है| आपका एक ऑर्डर कंफर्म हो जाता है| अब आप मैन्युफैक्चरर को कुर्सी का आर्डर देते हैं|
- अब आपको अपने मैन्युफैक्चरर को बोलना है कि आपके पास LUT नंबर है|
- आपका मैन्युफैक्चरर आपको 0.1% जीएसटी लगाकर वह बिलिंग करेगा|
Without Letter of undertaking process in gst
- आपने ₹100000 की कुर्सी खरीदी जिस पर 18 पर्सेंट जीएसटी है|
- आपने जीएसटी को मिलाकर टोटल पेमेंट करी ₹118000
- एक्सपोर्ट करने के बाद आप ₹18000, जो आपने जीएसटी का पेमेंट किया था वह क्लेम करेंगे|
- जीएसटी का रिफन्ड आपको मिल जाएगा|
LUT यूज़ करने का क्या फ़ायदा होता है?
Letter of undertaking यूज करने से आपको जीएसटी के बिना माल मिल जाता है|
LUT यूज़ करने के क्या नुकसान होते हैं?
जब भी आप LUT पर एक्सपोर्ट करते हैं तो आपको अपने मैन्युफैक्चरर का नाम और जीएसटी नंबर Shipping bill में देना पड़ेगा|
एक्सपोर्ट हो जाने के बाद आपको BL (BILL OF LADING) की कॉपी तथा शिपिंग बिल की कॉपी आपको अपने सप्लायर यानी मैन्युफैक्चरर को देना पड़ेगा| यह दोनों कागज़ात आपके मैन्युफैक्चर को देने पर उसे आपके ग्राहक की डिटेल उसे मिल जाएगी|
इस स्थिति में वह डायरेक्ट भी आपके ग्राहक से संपर्क कर सकता है|
इसलिए मेरा सुझाव यह है कि आप पहले जीएसटी पैड माल खरीदें तथा बाद में GST का Claim ले लें|
यदि आपको अपने सप्लायर पर विश्वास है या अन्य कोई बात है तब आप एल यू टी में ही डील करें|
साथ ही यह अवश्य देखें: एक्सपोर्ट बिज़नेस में ग्राहक कैसे ढूंढे?
Lut in GST online apply process
Step- 1 LUT IN GST APPLY
Step- 2 LUT IN GST APPLY
Step- 3 LUT IN GST APPLY
Step- 4 LUT IN GST APPLY
Step- 5 LUT IN GST APPLY
Step- 6 LUT IN GST APPLY
Step- 7 LUT IN GST APPLY
Step- 8 LUT APPLY
FAQs: LUT IN GST
जारी होने के बाद 12 महीने तक
नहीं
कोई भी जिसके पास आधार कार्ड हो और बालिग हो|
यह एक तरह का शपथ पत्र या वचन पत्र होता है जिसमें बायर यह वचन देता है कि जितने अमाउंट के लिए उसने LUT IN GST लिया है उतने माल को वह एक्सपोर्ट करेगा|
0.1%
GST RFD-11
Letter of undertaking (लैटर ऑफ अंडरटेकिंग)
साथ ही यह अवश्य देखें:
जीएसटी क्या है तथा GST full form
बिल ऑफ एक्सचेंज क्या होता है?, परिभाषा, प्रकार तथा आवश्यक तत्व
बिल डिस्काउंटिंग क्या होती है? इसके नियम, शर्तें क्या होती हैं?
कंटेनर में कितना माल आएगा हिसाब कैसे लगाएं?
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