यदि आप जानना चाहते हैं की “एक्सपोर्ट बिज़नेस कैसे शुरू करें?” तो यह पोस्ट आपके लिए ही है|
इस पोस्ट में export import business को step by step कैसे शुरू कर सकते हैं?, इसका पूरा procedure बताया गया है|
आयात-निर्यात व्यवसाय (Export import Business) शुरू करने से पहले हमें यह जानना जरूरी है कि “export import business क्या होता है?”
चलिए दोस्तों, अब! समझते हैं: import-export business क्या होता है?
Meaning of import and export in Hindi
Export meaning in Hindi: “निर्यात, अपने देश से कोई माल विदेश में भेजना, निर्यात करें, निर्यात करना, माल बाहर भेजना, निर्यात किया हुआ माल”
Exporter meaning in Hindi: “निर्यातक, निर्यातकर्त्ता, निर्यात व्यापारी, अपने देश से माल दूसरे देश में भेजने वाला”
निर्यात क्या होता है?: “अपने देश से किसी दूसरे देश में किसी प्रोडक्ट या सर्विस को देना या भेजना| यानि सामान्य शब्दों में कहूँ तो एक्सपोर्ट का मतलब है- वस्तुओं या सेवाओं को अपने देश से बाहर भेजना एक्सपोर्ट (निर्यात) कहलाता है|”
Import meaning in Hindi: “आयात, आयात करना, आयात सामग्री, आयात सामग्री का, महत्व, तात्पर्य, अर्थ होना, विदेश से माल अपने देश में लाना, द्योतित करना, आशय”
Importer meaning in Hindi:- “विदेश से माल अपने देश में लाने वाला, आयातकर्ता, अर्थ होनेवाला, आयात करनेवाला”
आयात क्या होता है?: “किसी दूसरे देश से किसी प्रोडक्ट या सर्विस को अपने देश में लाना आयात कहलाता है|”
उदाहरण- जिस भी वस्तु का कोई Physical रूप होगा वह प्रोडक्ट में आएगी जैसे; फर्नीचर, टीवी, फ्रिज, केमिकल इत्यादि|
Service Export करने का क्या अर्थ है?: “विदेश में टीचिंग देना, डॉक्टर द्वारा किसी का इलाज करना, इत्यादि से अर्थ service export करने से है|”
- Meaning of import and export in Hindi
- Video: How to start import export business in India
- DOCUMENTS LIST
- Import-export business procedure
- Name selection of export-import Company
- PAN Card
- Company Registration by udyog aadhar
- Digital Signature (डिजिटल हस्ताक्षर)
- IEC (Import Export Code)
- ITR (Income Tax Return)
- Logo Of Company Or Logo Of Firm
- Visiting Card
- Export Business Bank Account (बैंक खाता)
- क्या एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बिजनेस में जीएसटी लेना अनिवार्य है?
- Export Promotion Council (EPC) Benefits In Export
- क्या export Import business करने के लिए passport होना चाहिए?
- Export-import business starting steps tips
- Product Selection in export import business
- Export import business website
- Social Media का एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बिज़नेस में क्या महत्व है?
- Brochure/E-Brochure Password protected
- Sample Presentation (नमूना प्रस्तुति)
- Required Documents
- Pricing Of Product
- Quotation Format
- Export import product marketing
- CHA (Custom House Agent)
- Skill Development
- Buyer Convincing
- Export import business Benefits & Loses
- FAQ: export-import business
Video: How to start import export business in India
DOCUMENTS LIST
यदि आप डॉक्युमेंट्स के बारे में अच्छी तरह जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट पढ़ें: Export-Import business में लगने वाले सभी documents की list
Import-export business procedure
यदि आप आयात निर्यात व्यापार शुरु करना चाहते हैं तो निम्न स्टेप्स को फॉलो करें|
साथ ही यह अवश्य देखें: एक्सपोर्ट बिज़नेस में ग्राहक कैसे ढूंढे?
Name selection of export-import Company
सबसे पहले हमें अपनी कंपनी का नाम सोचना है|
- अब मन में यह सवाल आता है कि हमारी कंपनी पुरानी है तो, क्या हमें नई कंपनी खोलनी पड़ेगी?
- मेरी कंपनी तो Proprietor Firm है, क्या मुझे भी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (Private limited company) बनानी पड़ेगी?
- Export के लिए कंपनी प्राइवेट लिमिटेड होनी चाहिए?
- यदि मेरी कोई कंपनी ही नहीं है या कोई Manufacturing ही नहीं है तो क्या मैं Export कर पाऊंगा?
इस तरह के अनगिनत सवाल मन में आते हैं| इस आर्टिकल में में आपको इन सब सवालों का जवाब मिल जाएगा तथा इन सबसे मिलते-जुलते सवालों की भी जानकारी आपको मिल जाएगी|
जिन लोगों की कंपनी पुरानी है उनको नई कंपनी बनाने की कोई जरूरत नहीं है| वह उस कंपनी से ही export import business (आयात निर्यात व्यापार) कर सकते हैं|
export के लिए यह भी जरूरी नहीं है कि कंपनी प्राइवेट लिमिटेड हो, Proprietorship फर्म भी export कर सकती है|
इसके लिए जरूरी नहीं कि आप के पास Manufacturing Unit हो, आप Merchant Exporting भी कर सकते हैं|
यदि आपकी कोई पहले से ही फर्म है तो आप उस पर भी export लाइसेंस ले सकते हैं|
इसे (IEC) Import Export Code बोलते हैं |
PAN Card
आपके PAN Card नंबर ही आपका IE Code नंबर बन जाता है|
Aadhar Card- आधार कार्ड
1-Aadhar Card भी एक बहुत जरूरी Document (डॉक्यूमेंट) है|
2-यह आपको भारत में अपनी पहचान बताने के लिए भारत सरकार द्वारा जारी एक जरूरी दस्तावेज़ है|
3-यह किसी भी व्यक्ति की यूनिक आईडी (Unique Identity) बताता है|
4-इसमें 12 अंकों की विशिष्ट संख्या छपी होती है|
5-इन संख्या को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India) जारी करता है|
साथ ही यह अवश्य देखें: CHA (कस्टम हाउस एजेंट) का एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिजनेस में क्या रोल होता है?
Company Registration by udyog aadhar
भारत सरकार द्वारा आर्थिक जगत की तरक्की के लिए बहुत से महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं|
Udyog Aadhar भारत सरकार द्वारा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए है| यह लघु तथा मध्यम वर्ग के उद्योगों की तरक्की के लिए भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है|
आप बहुत ही सरल तरीके द्वारा ऑनलाइन माध्यम से आप इसमें अपना Registration करवा सकते हैं|
Digital Signature (डिजिटल हस्ताक्षर)
Export-import business में आपके पास digital signature होना चाहिए| इसके माध्यम से आप अपनी ऑथेंटिसिटी बता सकते हैं|
यह बनवाना बहुत ही सरल है| eMudhra, docusign, जैसे कुछ वेबसाइट से Online माध्यम से बनवा सकते हैं|
यह अनिवार्य डॉक्यूमेंट नहीं है|
Import-export business के लिए यह आपके पास में होना चाहिए, क्योंकि यह आपके बिज़नेस को सुगम बनाता है| यह आपकी सत्यता प्रमाण पत्र के रूप में भी प्रस्तुत किया जा सकता है|
IEC (Import Export Code)
Import Export Code इसके बिना आप एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस नहीं कर सकते|
यह एक अनिवार्य डॉक्यूमेंट (Mandatory Document) है|
इसे बनवाना बहुत ही सरल है| वर्तमान समय में इसका शुल्क लगभग ₹500 है|
इसका आवेदन आप बहुत ही सरलता पूर्वक dgft.gov.in पर Online कर सकते हैं|
साथ ही यह अवश्य देखें: इनकोटर्म्स क्या होती हैं? तथा इनका एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिजनेस में क्या महत्व है?
ITR (Income Tax Return)
सबसे पहले हमारे मन में यह सवाल आता है इन-कम टैक्स रिटर्न होता क्या है?
इसका जवाब है, इन-कम टैक्स रिटर्न का मतलब सरकार को अपनी एक वर्ष की Income and expenditure का दिया जाने वाला ब्यौरा Income Tax Return कहलाता है|
कई लोग इस बात का यह मतलब निकाल लेते हैं कि इन-कम टैक्स रिटर्न भरने का मतलब गवर्नमेंट को टैक्स देना होता है, जो कि बिल्कुल गलत है| यदि आपका tax बनता है तो आपको government को tax देना होता है अन्यथा नही|
भारत सरकार द्वारा समय-समय पर टैक्स देने लिमिट को घटाया बढ़ाया जाता है|
जो व्यक्ति टैक्स देने के दायरे में आता है केवल उस व्यक्ति को ही टैक्स देना होता है अन्य किसी को नहीं|
यदि आप इतनी इन-कम नहीं करते कि उस पर टैक्स बने तो आपको सरकार को कोई टैक्स नहीं देना होता|
बहुत से लोग इन-कम टैक्स रिटर्न फाइल करने का ही व्यवसाय करते हैं|
इन-कम टैक्स रिटर्न फाइल करने का सालाना खर्चा अलग-अलग इन-कम के हिसाब से होता है|
जिन लोगों की Income Tax के दायरे में नहीं आती उनके लिए वह ₹500 से ₹1000 तक की फ़ीस लेते हैं|
यह सारे आंकड़े अलग-अलग लोगों के Data के आधार पर इकट्ठा किए गए हैं| इन-कम टैक्स रिटर्न एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस के लिए एक जरूरी दस्तावेज़ है|
Logo Of Company Or Logo Of Firm
हमको एक कंपनी का लोगों की बनवाकर registered करा देना चाहिए|
इसके द्वारा प्रोडक्ट तथा कंपनी की Duplicity पर अंकुश लगता है| साथ ही साथ इससे कस्टमर के मन में भी Positive Effect पड़ता है|
इससे हमारी business Profile और भी अच्छी हो जाती है|
Visiting Card
हमें export व्यवसाय के लिए भी एक विजिटिंग कार्ड की भी आवश्यकता होती है|
International visiting card में तथा Domestic Visiting Card में थोड़ा स फर्क होता है|
- हम Domestic Visiting Card में कभी भी अपना country Name नहीं लिखवाते|
- हमे Export visiting card में हमेशा अपना country name जरूर लिखवाना चाहिए|
- Visiting Card की Quality बहुत अच्छी होनी चाहिए|
- जिस प्रकार का हम ATM Card Use करते हैं उस प्रकार का Visiting Card आपको Use करना चाहिए|
- आप 5 रुपए से लेकर 20 रुपए तक की कीमत का ही card इस्तेमाल करें|
- यह कीमत आपको बहुत ज्यादा लग सकती है परंतु International Business में बहुत ही कम card का लेन-देन होता है|
- आपको केवल 100 कार्ड के लगभग ही Print करवाने चाहिए|
साथ ही यह अवश्य देखें: पोर्ट रजिस्ट्रेशन या ए डी कोड रजिस्ट्रेशन के बारे में जाने
Export Business Bank Account (बैंक खाता)
- Export import Business करने के लिए हमको एक bank account की भी जरूरत पड़ती है|
- Account का type Current Account ही होना चाहिए|
- यदि आपका अकाउंट पुराना है तो आप उसे अपने Import Export Code (IE Code) से कनेक्ट कर सकते हैं |
- Bank account में एक चीज और ध्यान रखनी पड़ेगी कि आपको एक्सपोर्ट के लिए Authorized Dealer Code की आवश्यकता होती है
- यह AD Code बैंक ही जारी करता है|
- AD Code पोर्ट रेजिस्ट्रैशन में काम आता है| इसके बिना आप Export import business नहीं कर सकते|
क्या एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बिजनेस में जीएसटी लेना अनिवार्य है?
निर्यात-आयात व्यवसाय के लिए GST Registration करवाना जरूरी होता है|
इसके बिना हम Export-Import नहीं कर सकते|
GST के बारे में जानने क लिए यह पोस्ट पढ़ें: जीएसटी क्या है तथा GST full form
Export Promotion Council (EPC) Benefits In Export
एक तरीके से Export Promotion Council, अगर हम कहें तो यह जरूरी है भी और नहीं भी क्योंकि इसके द्वारा ही हमको Government के जितने भी Benefit होते हैं वह प्राप्त होते हैं|
इस हिसाब से देखा जाए तो Benefit के माध्यम से EPC में रजिस्ट्रेशन करवाना भी जरूरी है |
क्या export Import business करने के लिए passport होना चाहिए?
काफी लोगों को यह ग़लतफहमी होती है कि एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस के लिए Passport होना चाहिए|
इसका सही जवाब यह है कि export import business के लिए पासपोर्ट अनिवार्य डॉक्यूमेंट नहीं है|
परंतु import-export business करने वालों के पास Passport होना चाहिए|
जब हम विदेशों में व्यापार करते हैं तो बेशक हम वहां ना जाएं परंतु कभी-कभी व्यापार में ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं कि हमे वहाँ जाना पड़ जाता है|
गवर्नमेंट हमें export import exhibition लगाने के लिए फ्री ऑफर दे सकती है|
यदि हम पर पासपोर्ट नहीं होगा तब हम विदेश में नहीं जा सकते इसलिए एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बिज़नेस में यदि आप passport बनवा लें तो यह ठीक रहता है|
यह किसी भी समय आपके काम आ सकता है| वर्तमान समय में यह बहुतआसानी से बन जाता है|
आज की तारीख तक इसकी सरकारी फ़ीस मात्र 1500 रुपए हैं
Export-import business starting steps tips
Product Selection in export import business
साथ ही यह अवश्य देखें: एक्सपोर्ट इंपोर्ट में लगने वाले सभी डाक्यूमेंट्स की लिस्ट
सबसे पहले हमें एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस स्टार्ट करने के लिए एक Product Select कर लेना चाहिए|
Product Selection करने के बाद हमें उसे किस देश में बेचना चाहते हैं वह कंट्री (Country) सेलेक्ट कर लेनी चाहिए|
Export import business website
Website के माध्यम से हम Export import business में अपनी ऑनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं|
यह हमें ग्राहक ढूंढने में भी मदद करता है| इससे हमारा प्रोफाइल भी आकर्षक बनता है|
Social Media का एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बिज़नेस में क्या महत्व है?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में हमको अपना Profile बनाकर रखना चाहिए इससे हमारी पारदर्शिता और बढ़ती है|
आजकल बहुत से लोग internet के माध्यम से एक दूसरे को ढूंढ लेते हैं और Business की दृष्टि से तो यह बहुत ही उत्तम बात है|
आप Facebook, LinkedIn, Twitter, Instagram इस तरह के सभी सोशल प्लेटफॉर्म पर अपना प्रोफाइल बना लेना चाहिए|
Brochure/E-Brochure Password protected
भाई लोगों सबको एक बात तो पता है कि आजकल Digital का जमाना है|
आपको अपने Physical ब्रोशर पेपर के साथ-साथ ही डिजिटल E- Brochure भी बनवाने चाहिए|
यह Digital e-Brochure Password-protected होने चाहिए|
जिससे कि यदि ऐसी कोई स्तिथि या जाए की आपको अपना ब्रोशर Secret रखना चाहते हैं तो आप जिनको पासवर्ड देंगे वह ही उन ब्रोशर को खोल पाएगा|
Sample Presentation (नमूना प्रस्तुति)
आपको अपने sample presentation कैसे करनी है? इसके बारे में बहुत अच्छी तरह पता होना चाहिए|
इसके लिए आपको अपने प्रोडक्ट की सारी जानकारी होनी चाहिए इससे आपका Skill भी Develop भी होगा|
आपके मन में एक डर यह भी खत्म होगा कि सामने वाला क्या पूछ ले?
इससे आपका कॉन्फिडेंस लेवल भी हाई हो जाएगा|
Required Documents
आपको एक्सपोर्ट डाक्यूमेंट्स (Export Documents) कैसे बनाने हैं? इसके बारे में भी Knowledge लेनी है|
Export import business का यह बहुत ही Important Part होता है इसमें हुई थोड़ी सी गलती आप को काफी नुकसान लगा सकती है|
एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बिजनेस में लगने वाले सभी डॉक्युमेंट्स के बारे में जानने के लिए यह पोस्ट पढ़ें:
Export-Import business में लगने वाले सभी documents की list
Pricing Of Product
आपको Pricing of product निकालनी आनी चाहिए| आपको अपने प्रोडक्ट का EXW (Ex Works Price) प्राइस पता होना चाहिए|
आपको अपने प्रोडक्ट का FOB (FREE ON BOARD), C&F (COST AND FREIGHT), CIF (COST INSURANCE AND FREIGHT) पता होना चाहिए|
यह export import business में Incoterms के बारे में जानना बहुत ही जरुरी है, इन्हे जाने बिना आप एक्सपोर्ट इम्पोर्ट बिजनेस शुरु नहीं कर सकते|
इनकोटर्म्स का बारे में जानने के लिए यह पोस्ट पढ़ें: Incoterms क्या होती हैं? तथा इनकोटर्म्स का export import business में क्या महत्व है?
Quotation Format
आपको अपने ग्राहक को कोटेशन कैसे देनी हैं? यह भी आना चाहिए|
कोटेशन देने के लिए यह पोस्ट पढ़ें- ईमेल कैसे लिखते हैं? ईमेल फॉरमैट जानने के लिए देखें
आपको अपने प्रोडक्ट की वास्तविक कीमत के साथ-साथ FOB (Free On Board) CFR (Cost And Freight)
CIF (Cost Insurance And Freight), के साथ आपको पता होनी चाहिए|
साथ ही यह अवश्य देखें: लैटर आफ अंडरटेकिंग का इस्तेमाल कैसे होता है?
Export import product marketing
आप marketing के बारे में भी थोड़ी बहुत जानकारी लेनी पड़ेगी कि हम एक्सपोर्ट में किस तरीके से अपने product का advertisement कर सकते हैं|
आपको दिमागी रूप से तैयार रहना चाहिए|
आप लोगों को यह पता रहे कि आपको एक्सपोर्ट बिज़नेस शुरू करने से पहले क्या क्या तैयारी कर लेनी चाहिए?
CHA (Custom House Agent)
कस्टम हाउस एजेंट (CHA) का एक्सपोर्ट इंपोर्ट में बहुत ही Important role होता है|
कुछ बातें आपको पता होनी चाहिए|
जैसे की:-
1- CHA (custom house agent) से कोटेशन किस प्रकार लेनी है?
2- आप किस प्रकार CHA (custom house agent) से शिपमेंट बुक करवा सकते हैं|
3- आपको यह भी पता होना चाहिए कि CHA (custom house agent) क्या-क्या कार्य कर सकता है?
CHA के बारे में अधिक जानने के लिए यह पोस्ट पढ़ें: CHA (custom house agent) का export-import business में क्या रोल होता है?
Skill Development
स्किल डेवलपमेंट यह बहुत ही जरूरी पार्ट है एक्सपोर्ट बिज़नेस में या किसी भी अन्य बिज़नेस में|
यह बिज़नेस का एक ऐसा पार्ट है जो आप स्वयं ही अपने अंदर पैदा कर सकते हैं| इसको कोई भी आपके अंदर नहीं डाल सकता|
Skill को Develop करने का सबसे अच्छा साधन यह है कि जिस भी कार्य को करने में आपकी रूचि हो आप वही कार्य करें|
अपनी पसंद का कार्य करने पर उसको करने का जुनून ही आपके स्किल को ऑटोमेटिकली डेवलप कर देता है|
Buyer Convincing
हमें buyer convincing भी आनी चाहिए|
कोई भी भी प्रोडक्ट आप जब तक नहीं sell कर सकते जब तक आप buyer को convince ना कर लो|
3- हमे एक्सपोर्ट क्यों करना चाहिए?
आपको एक्सपोर्ट बिज़नेस करने के लिए थोड़ी सी मोटिवेशन भी चाहिए|
इसलिए इस आर्टिकल में मैं एक्सपोर्ट बिज़नेस से हमें क्या फायदा है यह बता रहा हूं|
हमें निर्यात निम्न कारणों से करना चाहिए|
स्वयं की तरक्की- जितनी तेजी से आप तरक्की एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस में कर सकते हैं उतनी तेजी से आप घरेलू बिज़नेस में नहीं कर सकते|
एक एवरेज के अनुसार यदि आप जितना आप घरेलू बिज़नेस में 1 साल में कितना कमाते हैं उतना आप एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस में 1 महीने में कमा सकते हैं|
( यह आंकड़े तथ्यों के आधार पर लिए गए हैं- अतः यह कम या ज्यादा भी हो सकते हैं)|
इन आंकड़ों को देने का मकसद केवल आपको एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस के प्रति प्रेरित करना है|
विदेशी पूंजी का स्रोत– हमें एक्सपोर्ट के माध्यम से ही विदेशी पूंजी प्राप्त होती है| जो कि हमारे देश की तरक्की में बहुत ज्यादा जरूरी है|
एक्सपोर्ट के माध्यम से ही हम अपने देश का विदेशी पूंजी भंडार बढ़ा सकते हैं| इसीलिए सभी देशों में एक्सपोर्ट करने पर ज़ोर दिया जाता है तथा इंपोर्ट को Demotivate किया जाता है|
रोजगार बढ़ता है– एक्सपोर्ट के कारण हमारे देश का रोज़गार भी बढ़ता है| यह देश की वृद्धि के साथ-साथ देश में बेरोज़गारी को खत्म करने का एक मुख्य साधन है|
जब भी कोई नया business शुरू होता है तो उसके साथ रोज़गार के नए अवसर अवश्य पैदा होते हैं |
साथ ही यह अवश्य देखें: मर्चेंट एक्सपोर्टर तथा मैन्युफैक्चरर एक्सपोर्टर के फ़ायदे तथा नुकसान
Export import business Benefits & Loses
Export-Import Business | Domestic Business |
Quantity: मात्रा एक्सपोर्ट में एक बार में बहुत अधिक मात्रा में माल बिकता है क्योंकि ज्यादा माल लेने से उसकी कीमत में कमी आती है|जब हम भारी मात्रा में बाल बेचते हैं तो उसके लिए हमें भारी मात्रा में कच्चा माल भी खरीदना पड़ता है|ज्यादा क्वांटिटी में खरीदने के कारण हमें माल की कीमत में थोड़ा सा कंसेशन भी मिल जाता है तथा मैन्युफैक्चरर की नजरों में हमारा स्टेटस भी बढ़ जाता है | | Quantity: मात्रा घरेलू बिज़नेस में एक्सपोर्ट के मुकाबले माल कम मात्रा में बिकता है| |
GST में छूट: एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार ने जीएसटी में छूट दी हुई है|एक्सपोर्ट बिज़नेस में प्रोडक्ट पर जीएसटी नहीं लगता और यदि कुछ टेक्निकल कारणों से कहीं लगता भी है तो गवर्नमेंट वह जीएसटी रिफंड कर देती है| | GST में छूट नहीं: घरेलू बिज़नेस में गवर्नमेंट जीएसटी में कोई छूट नहीं देती जिस वजह से वस्तुओं का मूल्य बढ़ जाता हैपरंतु हमारे देश की अर्थव्यवस्था चलाने के लिए यह अत्यंत आवश्यक है इसलिए गवर्नमेंट को यह कर लगाना पड़ता है| |
उधारी: एक्सपोर्ट बिज़नेस में उधारी में काम नहीं होता|यदि कहीं होता भी है तो उनके उसके कुछ विशेष कारण है परंतु उनकी प्रतिशत भी बहुत कम है|माल नगद में बिकने के कारण हमें दिमागी रूप से काफी टेंशन से मुक्ति मिल जाती है|जिससे कि हमारा स्वास्थ्य भी ठीक रहता है अन्यथा यह कारण बेवजह ही हमारे स्वास्थ्य की चिंता का कारण बन जाते हैं| | उधारी: घरेलू बिज़नेस में आज इतना बुरा हाल हो गया है कि हमको 45 दिन की उधारी पर माल देना पड़ता है और यह भी जरूरी नहीं है कि 45 दिन बाद भी हमारे पेमेंट हमको मिल जाएगी|कई बार व्यापारी जिन से पेमेंट लेनी है वह फोन उठाना बंद कर देते हैं जोकि अत्यंत चिंता का कारण बन जाता है| |
माल वापसी की समस्या: एक्सपोर्ट बिज़नेस में माल वापसी की कोई समस्या नहीं होती| | माल वापसी की समस्या: अक्सर घरेलू बिज़नेस में जब कोई व्यापारी माल खरीदना है तथा उस माल की मार्केट में डिमांड नहीं होती|या सामान्य शब्दों में कहें कि वह माल नहीं बिकता तो वह व्यापारी उस माल को मैन्यूफैक्चर को वापस लेने का दबाव बनाता है|क्योंकि मैन्यूफैक्चर का पैसा उस में फंसा होता है तो कहीं ना कहीं उसे कंप्रोमाइज करना पड़ता है| |
भारत सरकार द्वारा एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए बहुत सारे डिपार्टमेंट का गठन किया गया है| इनके द्वारा आपको एक्सपोर्ट में बहुत सारी सुविधाएँ मिल जाती हैं| | एक्सपोर्ट के मुकाबले घरेलू उद्योग करने के लिए इतने सारे डिपार्टमेंट नहीं है| हालांकि सरकार का ध्यान इस बात पर भी रहता है तो इसीलिए सरकार समय-समय पर इस दिशा में कदम उठाती रहती है |
Export-import business Risks
- एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस में नुकसान केवल तभी लग सकता है जब आप रूल को फॉलो ना करें|
- यदि आप सारे रूल सारे सिस्टम को सही तरीके से फॉलो करते हैं तो आपको नुकसान लगने की संभावनाएं खत्म हो जाती है|
एक छोटा सा उदाहरण मैं आपको दे देता हूं-
यदि आप कोई भी प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करते हैं तो, जितनी आपकी बिलिंग है उतना ही amount, आपके उस current account में हिट करना चाहिए जो आपने अपने IE Code में दिया है|
इन सारे जोखिमों को खत्म करने के लिए और कंप्लीट एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिज़नेस सीखने के लिए आप इस वेबसाइट को सब्सक्राइब (Subscribe)कर सकते हैं|
FAQ: export-import business
1- इस सवाल का जवाब अलग-अलग जगह पर अलग-अलग होगा|
2- कुछ इंस्टिट्यूट 4 दिनों का fast track कोर्स करवाते हैं|
3- इनकी timings ज्यादातर 9 से 5 बजे तक रहती है जिसमे 1 घंटे का लंच शामिल है|
4- कुछ इंस्टिट्यूट 2 घंटे पर day- 5 days week का कोर्स करवाते हैं| यह 45 days का होता है|
5- इनकी फीस ज्यादातर 20000 रुपए से 50000 रुपए तक होती है|
6- आप फ्री में बिज़नेस लोक से यह course सीख सकते हैं| वेबसाईट के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें: बिजनेस के लिए वेबसाइट कैसे बनाये?
जी हां, आप बिल्कुल अपने घर से आयात निर्यात व्यवसाय कर सकते हैं| इसके लिए आपको अपने घर के पते अपना ऑफिस रजिस्टर्ड कराना पड़ेगा|
अपने देश की वस्तुओं को विदेश में भेजना निर्यात (Export) कहलाता है|
विदेश से वस्तु या सेवाओं को अपने देश में मंगाना आयात (Import) कहलाता है| यानी की इंपोर्ट को हिंदी में “आयात” बोलते हैं|
(DGFT) विदेश व्यापार महानिदेशालय वेबसाइट से अप्लाई किया जाता है|
DGFT full form in English: “Directorate General of Foreign Trade”
IEC full form in English: “importer-exporter Code”
निर्यात, अपने देश से कोई प्रोडक्ट या सर्विस दूसरे देश में भेजना,
अपने देश से कोई प्रोडक्ट या सर्विस दूसरे देश में भेजना एक्सपोर्ट होता है तथा दूसरे देश (विदेश) से कोई प्रोडक्ट या सर्विस अपने देश में मंगवाना इम्पोर्ट होता है|
अपने देश की वस्तु को विदेश में भेजना निर्यात (export) कहलाता है
अभी मौजुदा समय में आयात-निर्यात लाइसेंस फीस (IE code fees) 250 Rs. है|
export import meaning in Hindi: “आयात निर्यात”
EXIM Meaning: Export & Import (आयात-निर्यात)
साथ ही यह भी देखें:
खुद का बिजनेस कैसे शुरु करें? (How to start a business)
(LUT) लैटर आफ अंडरटेकिंग का इस्तेमाल कैसे होता है?
कंटेनर में कितना माल आएगा हिसाब कैसे लगाएं?
लैटर ऑफ क्रेडिट के टर्म एंड कंडीशनस
मैं इसी तरह आपको बिज़नेस में होने वाली परेशानियों का सॉल्यूशन (All Business Solutions) आपको समय-समय पर उपलब्ध करवाता रहूँगा|
Export-import business Golden Rule: “जितने भी लोग यह बिज़नेस अभी हाल ही में शुरु कर रहे हैं यदि वह मेरा यह गोल्डन रूल अपना लें तो उनको नुकसान नहीं लग सकता| माल का कब्जा जब तक नहीं देना चाहिए जब तक माल की सारी कीमत आपके अकाउंट में ना आ जाए|”
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धन्यवाद