Business start up terms: अपना जीवनयापन करने के लिए सभी लोगों को पैसों की जरूरत होती है! वहीं कुछ नौकरी करके कमाई करते हैं तथा कुछ लोग खुद का कारोबार करके कमाई करते हैं!
आज के दौर में ज्यादातर लोग अपने खुद का कारोबार शुरू कर रहे हैं! ऐसे नए कारोबार को स्टार्टअप (Startup) के तौर पर भी बुलाया जाता है, जो की पहले से ना किए जा रहे हों!
हालांकि, स्टार्टअप से जुड़े बहुत से कुछ शब्द ऐसे हैं, जो आम लोगों को समझ में ही नहीं आते हैं! कुछ शब्दों का मतलब लोगों को आसानी से समझ नहीं आता है! मैं आज ऐसे ही कुछ शब्दों के बारे में बताने वाला हूँ!
बिजनेस स्टार्टअप से सम्बंधित शब्द
1- Business plan – Business model (व्यापार की योजना- व्यापार का नमूना)
बिजनेस प्लान (Business Plan) और बिजनेस मॉडल (Business Model) जैसे दो शब्दों का स्टार्टअप में कई बार काफी इस्तेमाल किया जाता है!
Business model: किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले उसके विशेषज्ञों के साथ में बिजनेस प्लान बनाना, जिसमें कुछ तय किए गए लक्ष्यों को ध्यान में रखकर यह प्लान बनाये जाते हैं! इसमें बिजनेस करने के तरीके, निवेश कैसे करना है? कमाई तथा खर्चे का सही ढंग से प्रबंध करना जैसे सभी तथ्य शामिल होते हैं!
Business plan: बिजनस शुरू करने से पहले बिजनेस की सभी बारे क्यों के बारे में विस्तार पूर्वक अध्ययन करना! यानी कि बिजनेस प्लान में नीचे दिए गए सवालों के जवाब ढूंढे जाते हैं!
1- बिजनेस के लिए जमीन कितनी होगी?
2- पैसा कहां से आएगा?
3- क्या प्रोडक्ट बनाना है?
4- ट्रांसपोर्टेशन कैसे होगा?
5- कितना पैसा लगेगा?
6- कितनी बचत होगी?
7- कारीगर कहां से मिलेंगे?
8- मशीनरी कहां से मिलेगी?
9- कच्चा माल कहां से मिलेगा?
10- तैयार प्रोडक्ट कैसे बेचा जाएगा?
11- प्रमोशन कैसे करेंगे?
12- स्टाफ कितना बड़ा होगा?
13- बुनियादी सुविधाएं कैसी होंगी?
जैसे सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों का एक खाका तैयार किया जाता है! इनके जवाब ढूंढने जाते हैं! यानी कि बिजनेस प्लान बनाने से आपको अपने बिजनेस में क्या-क्या करना है? इस सब के बारे में पता होता है!
2- Bootstrapping
इसके अलावा बिजनेस में एकदम ऐसी होती है जिसका नाम होता है “Bootstrapping”
अब! आपके दिमाग में यह प्रश्न आ रहा होगा कि बूटस्ट्रैपिंग क्या होती है?
तो दोस्तों बूटस्ट्रैपिंग का अर्थ: बूटस्ट्रैपिंग का अर्थ बिजनेस में इस बात से है कि इसमें सारा पैसा business owner का ही लगा होता है! इसलिए समस्त व्यवसाय पर उसका स्वामित्व होता है!
बूटस्ट्रैपिंग बिजनेस में जिसका पैसा खुद का लगा हो वह अपने बिजनेस के प्रति बेपरवाह नहीं होता या आलस या फिर काम को हल्के में नहीं लेता!
इसमें हर निर्णय का, हर मुनाफे का स्वामित्व बिजनेस ओनर का ही रहता है!
3- Incubators और Accelerators
Incubators और Accelerators कुछ ऐसे संगठन होते हैं जो फिजिकल स्पेस चलाते हैं या फिर वर्चुअली स्टार्टअप को सपोर्ट करते हैं!
स्टार्टअप को सपोर्ट करने के लिए वह ऑफिस स्पेस, फंडिंग, कनेक्शन, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, इंडस्ट्रीअल कनेक्ट आदि कि सुविधाएं मुहैया कराते हैं! इसके अलावा इसमें Seed Round और Angel Round भी होते हैं!
यह किसी भी स्टार्टअप को मिलने वाला वह पहला अमाउंट होता है, जिसमें कुछ HNI’s (हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स) और VC’s (वेंचर कैपिटलिस्ट) शामिल होते हैं! इसके अलावा इसमें फैमिली और दोस्तों को भी शामिल किया जाता हैं|
बिजनेस इंक्यूबेटर्स का अर्थ
एक व्यवसाय इनक्यूबेटर एक ऐसी कंपनी होती है जो नई और स्टार्टअप कंपनियों को वित्तीय प्रबंधन (financial management) प्रशिक्षण या कार्यालय अंतरिक्ष जैसी सेवाएं प्रदान करके उनके बिजनेस को बढ़ाने में मदद करती है! इन्हें हम स्टार्टअप बिज़नेस शुरुआती दिनों के दौरान युवा (स्टार्टअप) फर्मों का पोषण करने के लिए स्थापित सुविधा भी कह सकते हैं!
यह कंपनीयां आमतौर पर उपयुक्त किफायती स्थान, साझा कार्यालय और सेवाएं, हाथ से प्रबंधन प्रशिक्षण की सुविधा, विपणन (Marketing) सहायता और अक्सर किसी न किसी रूप में वित्तपोषण तक पहुंच प्रदान करती हैं!
4- Crowdfunding (जन-सहयोग)
दरअसल, Croudfunding दो शब्दों, Croud + Funding से मिलकर बना है| क्राउड यानि भीड़ और फन्डिंग यानि वित्त पोषण!
क्राउडफंडिंग का अर्थ: बहुत सारे लोगों द्वारा लिया गया पैसा! या यूं कहे की बहुत सारे लोगों से इकट्ठा किया हुआ धन! हमारे देश में लगभग प्रत्येक सामाजिक कार्य के लिए पैसा इकठ्ठा किया जाया है, इसे हम चंदा भी कह सकते हैं!
बहुत से सामाजिक सन क्राउड फंडिंग की मदद से सड़कों का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्र में पुल या अन्य प्रकार सामाजिक कार्य भी कर रहे हैं!
वहीं इसमें A सीरीज , B सीरीज, C सीरीज और इसी तरह से बड़े टिकट साइज के अमाउंट होते हैं, जो आमतौर पर प्राइवेट इक्विटी फंड या वेंचर कैपिटल फंडलगाते हैं!
इसके अलावा क्राउडफंडिंग के द्वारा भी धन इकट्ठा किया जाता है| क्राउडफंडिंग के जरिए लोगों के द्वारा प्रोडक्ट बनने से पहले ही धन इकट्ठा किया जा सकता है!
5- Valuation (मूल्यांकन)
बिजनेस में वैलुएशन (Valuation) शब्द का भी काफी प्रयोग किया जाता है!
कंपनी वैल्यूएशन का अर्थ: किसी भी कंपनी के इन्वेस्टर तथा स्टार्टअप फाउंडर के जरिए आपस में कंपनी की कीमत तय करना कंपनी वैल्यूएशन कहलाता है!
किसी भी स्टार्टअप की वैलुएशन इंवेस्टर्स तथा स्टार्टअप फाउंडर के जरिए आपस में तय की जाती है| जब भी किसी भी कंपनी और फर्म का वैलुएशन किया जाता है तो पोस्ट-मनी वैल्युएशन और प्री-मनी वैल्युएशन का भी ध्यान रखा जाता है!
FAQs: Business start up terms
कोई नया बिज़नेस शुरू करने से पहले इन सूचनाओं में से प्रत्येक का जानना महत्वपूर्ण है!
1- लक्ष्य
2- बिजनेस कैसे बढ़ेगा?
3- जोखिम क्या हैं?
4- कितनी गह चाहिए?
5- डॉक्युमेंट्स कौन से चाहिए?
6- कच्चा माल कहाँ से मिलेगा?
7- माल कहाँ बिकेगा?
8- प्रचार कैसे करना है?
9- धन कितना चाहिए?
10- धन कहाँ से इकट्ठा होगा?
11- बीजनेस में सफलता की दर कितनी है?
12- कंपीटीटर कौन-कौन है?
सारा पैसा एक ही व्यक्ति का लगा होना जो की स्वयं मालिक हो|
जनता के माध्यम से बिजनेस के लिए धन इकट्ठा करना|
कंपनी फाउन्डर तथा इन्वेस्टर के द्वारा कंपनी की कीमत ते करना|
साथ ही है भी अवश्य देखें:
दोस्तों, इस पोस्ट के जरिए मैंने business start up terms को समझाने का प्रयत्न किया है! उम्मीद करता हूं मेरी यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी!
बिजनेस से संबंधित ऐसे ही अगली पोस्ट में मैं फिर मिलूंगा तब तक के लिए नमस्कार धन्यवाद