नई दिल्ली: सरकार ने BEML के स्ट्रैटेजिक विनिवेश की ओर तेजी के साथ अपना कदम बढ़ा दिया है| इस विनिवेश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए नीति आयोग और Department of Investment and Public Asset Management (DIPAM) ने BEML से संबंधित डिमर्जर को अपनी मंजूरी दे दी है|
इसके तहत कंपनी की सर प्लस लैंड और एसेट का नई सब्सिडियरी में डी-मर्जर होना तय किया है|
BEML की जमीन की स्तिथि
BEML की जमीन की बात करें तो उसके पास 1213 एक लड़की ऑपरेशनल लैंड बैंक है| वहीं पर 1733 एकड़ जमीन ऐसी है जो बिना उपयोग के पड़ी हुई है|
इस तरह कंपनी के पास कुल 2945 एकड़ का एक लैंड बैंक है|
BEML का इतिहास
BEML स्थापना सन् 1964 में सरकारी कंपनी के तौर पर की गई थी| BEML को पहले भारत अर्थ मूवर के नाम से जाना जाता था|
यह कंपनी खनन के काम आने वाले कल पुर्जों और रेलवे के कोच तथा मशीनों का निर्माण करती है|
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